तीन सौ से अधिक मरीजों ने किया स्वास्थ्य परीक्षण
गोपेश्वर। आयुष विभाग की ओर से चमोली जिले के मुख्यालय गोपेश्वर में रविवार को तीन दिवसीय आयुष्कामी शिविर का आयोजन का शुभारंभ हो गया है। जिसमें विभिन्न रोगों को 350 रोगियों ने अपने स्वास्थ्य का परीक्षण करवा कर स्वास्थ्य परीक्षण करवाया। शिविर का उद्घाटन अपर जिला अधिकारी विवेक प्रकाश दीप प्रज्वलित कर किया।
जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्साधिकारी डा. आरके रतूडी ने कहा कि आयुर्वेद पुरातन चिकित्सा पद्धति है जिसके आधार पर बीमारियों का इलाज किया जाता था लेकिन वर्तमान समय में इस पद्धति को लोग भूला चुके है। लेकिन बीमारियों को जड़ से समाप्त करने के लिए इस पद्धति का उपयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद से किया गया इलाज बीमारी को समूल नष्ट कर देती है। परंतु इसमें समय लगता है इसलिए लोग त्वरित इलाज की ओर भाग रहे है परंतु वे यह नहीं समझते है कि इसका दूरगामी लाभ क्या है यही जनता को समझाने की आवश्यकता है। यदि लोग पुरानी आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति की ओर आते है तो हम सभी बीमारियों पर काबू पा सकते है इसके लिए जागरूकता जरूरी है। आयुष विभाग की ओर से शिविर का आयोजन कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है यह सराहनीय कदम है।
जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्साधिकारी डा. आरके रतूडी ने बताया कि शिविर के पहले दिन डिजिटल नाटी परीक्षण में 40, आयुर्वेदित परामर्श 58, एनसीडी में 53, अग्नि कर्म चिकित्सा 20, मर्म चिकित्सा 25, जलौक लीच थैरेपी 24, पंच कर्म परामर्श 10, होमोपैथिक चिकित्सा 67 में लोगों ने अपने स्वास्थ्य का परीक्षण करवाया। उन्होंने बताया कि यह शिविर तीन दिनों तक चलेगा। शिविर के दौरान लोगों योग के बारे में भी जानकारी दी गई ताकि आयुर्वेद के साथ योग का अपना कर अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकें। इस मौके पर जिला होमोपैथिक अधिकारी डा. केके उनियाल, डा. राहुल, योग विशेषज्ञ रघुवीर बत्र्वाल, डा. कैलाश, डा. हर्षबर्धन रावत, डा. प्रदीप पुंडीर, शतवीर सिंह, कुन्दन लाल,मनोज,डा. प्रीति वर्मा, डा. अनिता पाल आदि मौजूद थे।