गोपेश्वर (चमोली)। यदि मन में दृढ़ निश्चय हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं। इसी का उदाहरण है संगीता बिष्ट जो कि काइस्ट अकादमी में अध्यापिका के पद पर कार्यरत होने के साथ-साथ लेखिका, कवयित्री, समाजसेविका तथा नृत्य कला में भी उनकी विशेष रुचि है।
संगीता बिष्ट की प्राथमिक शिक्षा केन्द्रीय विद्यालय रांची (झारखण्ड), जूनियर शिक्षा केन्द्रीय विद्यालय रुड़की, हाईस्कूल और इंटरमीडिएट शिक्षा इंटर कॉलेज डौलखेतखाल (कोटद्वार), बीए और एमए महाविद्यालय गोपेश्वर तथा बीपीएड कोटा (छतीसगढ़) से हुई है।
प्रकाशित रचनाएं
दास्तानें मोहब्बत सांझा संकलन, साहित्य हिन्दी सागर सांझा संकलन, ऊर्जा-शक्तियों का समावेश सांझा संकलन, परिवर्तन सांझा संकलन, पंचतत्व सांझा संकलन, अन्य पत्रिकाओं मे प्रकाशित रचनाएं ।
प्राप्त सम्मान
साहित्य गौरव सम्मान, काव्य शिरोमणि सम्मान, साहित्य श्री सम्मान, साहित्य शिरोमणि सम्मान, हिन्दी गौरव सम्मान, उत्तराखण्ड काव्य गौरव सम्मान, काव्य गौरव सम्मान, नारी काव्य सागर सम्मान, अनमोल रत्न सम्मान, राष्ट्रीय उपलब्धि सम्मान, अन्य मंचों से श्रेष्ठ और प्रतिभागी सम्मान पत्र ।
चार सौ घण्टे चले वर्चुअल कवि सम्मेलन में किया प्रतिभाग
बुलंदी जज्बात-ए-कलम साहित्य संस्था की ओर से वर्ष 2022 में 21 अगस्त से छह सितंबर तक ऑनलाइन वर्चुअल कवि सम्मेलन आयोजित किया गया। इस वर्ल्ड रिकॉर्ड कार्यक्रम प्रसारण ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैण्ड, अमेरिका के स्थानीय चैनलों पर किया गया। संस्था की ओर से आयोजित यह कवि सम्मेलन विश्व का सबसे बड़ा ऑनलाइन कवि सम्मेलन है जो कि चार सौ घण्टे लगातार चला। इण्डिया वर्ल्ड रिकार्ड की ओर से विश्व रिकॉर्ड में दर्ज किया गया।
अन्य गतिविधियां
संगीता बिष्ट को पुलिस विभाग गोपेश्वर की ओर से जन्माष्टमी और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में मंच संचालन और बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए प्रशस्ति पत्र दिया गया तथा नगर पालिका परिषद् चमोली गोपेश्वर द्वारा कारगिल दिवस के अवसर पर भी मंच संचालन करने पर प्रशस्ति पत्र दिया गया, कविताएं लिखने के साथ-साथ इन्होनें स्थानीय गीतों में नृत्य रचना भी की हैं। ये समाज मे जरूरतमंद बच्चों की यथा सम्भव मदद करने के लिए तत्पर रहती है और विभिन्न प्रकार के सहपाठ्यचारी क्रियाकलाप के लिए बच्चों सहित अभिभावकों को प्रेरित करती हैं।