कमेटी ने राज्यपाल प्रदेश कांग्रेस से मिलने के लिए मांगा था समय
देहरादून (एसएनबी)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के गवर्नर से मिलने का समय न मिलने पर विरोध जताने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और पुलिस लाइन ले जाया गया।
पंचायत चुनाव में अनियमितताओं और राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार की बर्खास्तगी की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राज्यपाल से मिलने के लिए समय की मांग की थी। लेकिन राज्यपाल द्वारा समय नहीं दिया तो बृहस्पतिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने राजभवन के समीप शांतिपूर्ण ढंग से विरोध दर्ज कराने के लिए पहुंचकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा बलपूर्वक उन्हें गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले जाया गया। बता दें कि माहरा इसके पहले राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा था कि राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने एक निर्देश, निर्णय जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि शहरी निकायों (नगर पालिका-नगर निगम) और ग्रामीण निकायों (ग्राम पंचायत) दोनों में मतदाता के रूप में पंजीकृत व्यक्ति ग्रामीण निकायों में चुनाव लड़ सकता है।
निर्वाचन आयुक्त का यह निर्णय प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 और 1951 का स्पष्ट उल्लंघन है, जिसके तहत एक व्यक्ति एक समय में केवल एक ही निर्वाचन क्षेत्र में मतदाता के रूप में पंजीकृत हो सकता है। इसके अलावा उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने स्पष्ट रूप से स्पष्ट किया है कि ऐसा प्रावधान अवैध और असंवैधानिक है। देर रात प्रदेश अध्यक्ष ओए उनके साथियों को छोड़ दिया गया।