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जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
चमोली। संयुक्त किसान मोर्चा और संयुक्त ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर शुक्रवार को भोजन माता, आशा, आंगनबाडी कार्यकत्रियों और किसानों ने अपनी मांगों को लेकर जुलूस प्रदर्शन कर जिलाधिकारी चमोली के कार्यालय परिसर पर धरना देते हुए राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। सीटू के अध्यक्ष मदन मिश्रा ने कहा कि केंद्र सरकार की मजदूर, किसान विरोधी नीति के चलते पूरे देश में गहरा संकट पैदा हो गया है, वहीं कमरतोड़ मंहगाई के चलते आम आदमी का जीना दूभर हो गया है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा और संयुक्त ट्रेड यूनियन के आह्वान पर शुक्रवार को राष्ट व्यापी हड़ताल की गई है। हड़ताल के माध्यम से राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया है जिसके माध्यम से मांग की गई है। मजदूरो के 12 घंटे काम के आदेश को वापस लिया जाए, किसानों के ऋण माफ किया जाए, आंगनबाडी, आशा, भोजन माताओं को राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए, तथा राज्य कर्मचारी घोषित किये जाने तक न्यूनतम् वेतन दिया जाए, सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों से आवश्यक वस्तुओं को कम दामों पर दिया जाए, सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण न किया जाए मनरेगा में काम के दिन दो सौ किया जाए, भूमिहीनों को जमीन और भवन बना कर दिए जाए, जंगली जानवरों से फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई की जाए, एनपीएस को रद्द कर पुरानी पेंशन बहाल की जाए, मंहगाई पर रोक् लगायी जाए, स्मार्ट मीटर लगाने के फैसले को वापस लिया जाए शामिल है।