डीएम को दिया पत्र, एसडीएम को दिए मौका मुआयना करने के निर्देश
हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में अवैध अतिक्रमण जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते आसान सा होता जा रहा है। अब प्रापर्टी डीलरों ने बरसाती नालों में अवैध अतिक्रमण करना शुरू कर दिया है। नगर निगम क्षेत्र के हनुमंतपुरम वार्ड के पार्षद ने जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल को पत्र भेजकर नाले को अतिक्रमणमुक्त कराने की मांग की है। डीएम ने पार्षद के पत्र का संज्ञान लेते हुए एसडीएम हरिद्वार को स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए हैं।
हनुमंतपुरम जगजीतपुर के पार्षद उदयवीर सिंह ने बताया कि कुछ नालों का सर्वेक्षण करने के दौरान प्राकृतिक रूप से नदी की ओर जाने वाले अति महत्वपूर्ण बरसाती नाले, जिनका कोई भी विकल्प नहीं है। वह राजस्व अभिलेखों में दर्ज नहीं है। यह उदाहरण जगजीतपुर स्थित नाले का है। इस नाले से गुरूकुल कांगड़ी, कनखल, जगजीतपुर, देवपुरा राजस्व का लगभग 3 से 4 वर्ग किमी. के क्षेत्र का बरसाती पानी दीनदयाल आश्रम रोड, शनि चौक जगजीतपुर के पास से नदी की ओर जाता है, जो कि राजस्व अभिलेखों में दर्ज नहीं है।
इन नालों में प्राकृतिक रूप से छेड़छाड़ की गई है। प्रायः यह भी देखा गया है कि बरसाती नाले में बिना राजस्व विभाग की अनुमति के पेयजल लाइन, सीवर लाइन, विद्युत लाइन, गैस लाइन आदि के पाइपों को क्रॉस करा दिया जाता है। जिससे कि नाले में बहने वाला कूड़ा इन पाइपों में फंस जाता है। कहा कि तेज बारिश के दौरान पानी का मार्ग अवरूद्ध होकर जलभराव और बाढ़ स्थिति उत्पन्न हो जाती है। उन्होंने जिलाधिकारी से हरिद्वार जिले के सभी प्राकृतिक रूप से आबादी क्षेत्र में बह रहे नदी-नालों को राजस्व अभिलेखों में दर्ज करने की मांग की है। जिससे भविष्य में भारी बरसात से होने वाले जल भराव और बाढ़ से आमजन सुरक्षित रह सके।