चमोली। चमोली जनपद के नंदनगर में जिलाधिकारी ने अतिवृष्टि के कारण उत्पन्न स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य संचालित करने, प्रभावितों को तत्काल मदद पहुंचाने तथा प्रभावित लोगों को असुरक्षित स्थानों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने विभिन्न घटनाओं में घायल हुए लोगों का बेहतर से बेहतर उपचार करने तथा लापता लोगों की खोज के लिए सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशन को तत्परता से संचालित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है। राहत और बचाव दलों को प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित गति से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। जिन भाई बहनों के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, उनके रहने, भोजन के साथ ही स्वास्थ्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था प्रशासन द्वारा की गई है। प्रभावित परिवारों के लिए राहत शिविरों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द बिजली तथा पानी की आपूर्ति बहाल करने और क्षतिग्रस्त सड़कों को जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।
घटनास्थल पर तुरन्त प्रभाव से एस०डी०आर०एफ०, एन०डी०आर०एफ० एवं आई.टी.बी.पी. गौचर 8वीं वाहिनी की टीम पहुंच गई है। वहीं, दूसरी घटना नदांनगर अंतर्गत कुन्तरी लगा सरपाणी गांव में घटी है। यहां अतिवृष्टि से 02 व्यक्तियों के लापता व 02 भवनों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है।घटनास्थल पर स्थानीय पुलिस, डी०डी०आर०एफ०, एवं राजस्व की टीम द्वारा खोज एवं बचाव का कार्य किया जा रहा है। जहां लगभग 100 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है
वहीं, ग्राम-धुर्मा में अतिवृष्टि से मोक्ष नदी का जलस्तर बढ़ने से 02 व्यक्तियों के लापता होने तथा 8-10 भवनों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना प्राप्त हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी चमोली एसपी चमोली आपदा अधिकारी एवं अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए है। जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र से खोज एवं बचाव अभियान पर निगरानी रखी जा रही है।