देहरादून। उत्तराखंड में एक दबंग एआरटीओ ने कायदे कानून और शर्मलाज ताक पर रखकर अपने सीनियर सिपाही की दफ्तर परिसर में बेरहमी से पिटाई कर डाली। बताया जा रहा कि हरिद्वार जनपद के इस एआरटीओ ने सिपाही को फोन न उठाने पर पीटा है। एआरटीओ की इस दिन दंबगई का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वॉयरल हो रहा है। इधर, कुछ दिन पहले पुलिस के एक सीओ द्वारा भी दरोगा को दंड लगवाने का वीडियो वॉयरल हुआ था। गांधी जयंती के दिन इस अहिंसात्मक घटना ने सभी को शर्मसार कर दिया।
जानकारी के मुताबिक एआरटीओ प्रशासन हरिद्वार रत्नाकर ने किसी काम से अपने सिपाही को फोन किया। सिपाही ने फोन नहीं उठाया तो एआरटीओ दफ्तर से बाहर आये और सीनियर सिपाही से हाथापाई करने लगे। दबंग एआरटीओ यहीं नहीं रुका और सिपाही के साथ मारपीट करने लगा और दबंग एआरटीओ ने सिपाही को पीटते हुए कहा कि जानता नहीं मैं कौंन हूं… सिपाही अपनी तबीयत ठीक न होने तथा एआरटीओ को बॉस होने की याद दिलाते रहे। लेकिन एआरटीओ एक न माने। इस दौरान कुछ अन्य सिपाही और कार्यालय स्टाफ भी मौके पर बीच बचाव को आगे आये। मगर, एआरटीओ अपनी हरकतों से बाज नहीं आये। मामला बिगड़ने पर एआरटीओ प्रवर्तन रश्मि पंत ने भी दूरभाषा से एआरटीओ को ऐसा न करने को कहा।लेकिन एआरटीओ रत्नाकर दबंगई के नशे में चूर होकर मारपीट करते रहे। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वॉयरल हो रहा है। अब देखना होगा कि इस मामले में परिवहन विभाग के सीनियर अफसर और शासन इस दबंग एआरटीओ को उसकी हरकत का क्या इनाम देता है। बहरहाल एआरटीओ ने गांधी जयंती के दिन ऐसी करतूत कर डाली कि हर कोई उसकी हरकतों को पद और मानवता के खिलाफ बता कर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।