गंगा जी की उत्सव डोली अपने मायके मुखवा के लिए हुई रवाना
चिरंजीव सेमवाल उत्तरकाशी
उत्तराखंड के चारधाम कपाट बंद होने की शुरुआत आज उत्तरकशी जिले के गंगोत्री धाम से हो गई है । गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट पर्व के मौके पर सुबह 11.26 मिनट पर बंद कर दिए । जिसके लिए पिछले दिनों से तैयारियां चल रही थी।
बुधवार प्रातः मां गंगा के भोग मूर्ति का जलाभिषेक करने के बाद मां गंगा जी का श्रृंगार किया गया है। उसके बाद श्री पंच मंदिर समिति के पूजारियों ने वैदिक मंत्र उच्चारण से मां गंगा की पूजा अर्चना कर प्रदेश और देश की खुशहाली की कामना की है।
पूजा अर्चना पूरी होके के बाद मां गंगा को डोली में पारंपरिक तरीके से सजाया जाया गया।
ठीक अभीजीत मुहूर्त पर 11:36 मिनट पर गंगोत्री धाम के कपाट देश विदेश के श्रद्धालुओं के लिए शीतकालीन कपाट बंद कर दिए और मां गंगा की विग्रह डोली भोगमूर्ति, आर्मी बैंड और स्थानीय वाद्य यंत्रों के साथ शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव के लिए रवाना हुई ।
आज की रात को डोली मुखबा गांव से करीब दो किमी पहले मौजूद मार्कडेंय मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी। उसके बाद गुरुवार दोपहर मां गंगा की विग्रह डोली मुखबा गांव पहुंचेगी। मुखबा गांव में मां गंगा की भोगमूर्ति को मंदिर में विधिविधान से शीतकाल 6 माह के लिए स्थापित किया जाएगा। इसके बाद 6 माह शीतकाल के लिए मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव में ही होंगे।
इस मौके पर श्री गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष धर्मानन्द सेमवाल , सचिव सुरेश सेमवाल, राजेश सेमवाल, क्षेत्रीय विधायक सुरेश चौहान,पूर्व विधायक विजय पाल सिंह सजवाण, ब्लॉक प्रमुख भटवाडी़ श्रीमती ममता पंवार, ब्लॉक प्रमुख डुंडा राजदीप परमार, समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे है।