चमोली। टीएचडीसी की निर्माणाधीन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना प्रभावित गांवों के लिए कॉन्वेंट स्कूल खोलने के नाम पर जनता को 15 वर्षों से गुमराह किया जा रहा है।
गौरतलब है कि टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना पीपलकोटी 444 मेगावाट का निर्माण किया जा रहा है। कंपनी द्वारा वर्ष 2006 से परियोजना का कार्य शुरू किया गया। वर्ष 2010 – 11 में कंपनी ने परियोजना प्रभावितों के नौनिहालों को अच्छी शिक्षा के लिए 12 वीं तक की कॉन्वेंट स्कूल (अंग्रेजी माध्यम) विद्यालय खोलने का आश्वासन दिया गया था। बकाया इसके लिए भूमि चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी, तब प्रभावितों ने सेमलडाला के पास पिटकुल वाली भूमि देने को कहा गया। लेकिन कंपनी ने आपस में उलझा दिया गया। इसी बीच गडोरा पुराने इंटर कालेज की जमीन देने को ग्रामीण तैयार थे। लेकिन कंपनी की मंशा साफ न होने पर प्रभावितों को आपस में गुमराह करती रही और आज 15 वर्ष बाद भी स्कूल तो दूर जमीन का चयन तक नहीं किया गया। प्रभावितों ने कही बार ज्ञापन सौंपा गया लेकिन टीएचडीसी ने लोगों को गुमराह के अतिरिक्त कुछ नहीं किया गया। जबकि कंपनी का लगभग 70 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है। बावजूद इस ओर कोई ध्यान नहीं है। जिससे लोगों में कंपनी के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है।
बंड विकास संगठन के पूर्व अध्यक्ष अतुल साह ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने के लिए संगठन द्वारा कही बार बात की गई, लेकिन कंपनी ने कभी भी इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया। परियोजना प्रभावित हाट गांव के पूर्व प्रधान राजेंद्र हटवाल ने बताया कि टीएचडीसी द्वारा प्रभावितों को कॉन्वेंट स्कूल के नाम पर 15 वर्षों से केवल गुमराह किया जा रहा है।


