एक गांव का दूसरे गांव से कटा संपर्क
गोपेश्वर/थराली (चमोली)। दशोली विकास खंड के ग्राम कौंज पौथनी, खांडरा, बैलीधार, मवलठा गांव के उपर भूस्खलन से गांवों को खतरा उत्पन्न हो गया है। गांव के उपरी क्षेत्र में संभवतया बादल फटने से यह स्थिति पैदा हुई है। भूस्खलन से मोटर मार्ग, पैदल मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो गये है। वहीं लोगों के खेत खलियाना और चार गौशालाऐं भी क्षतिग्रस्त हुई है। गांव के ही प्रदीप किशोर, साजन कुमार ने बताया कि एक गांव से दूसरे गांव को जाने का संपर्क मार्ग भी टूट गये है। गांवों के दोनों ओर से लगातार भूस्खलन हो रहा है। जिससे गांवों को खतरा बना हुआ है। सुरक्षा की दृष्टि ग्रामीण स्वतः ही प्राथमिक विद्यालय बैलीधार में शरण लिए हुए है। गांव में बिजली और पानी की आपूर्ति भी ठप हो गई है। ग्रामीण डरे हुए है कि यदि सोमवार की रात्रि में भी यही स्थिति रही तो उनके सामने जीवन बचाने का संकट पैदा हो जाएगा।
पिंडर घाटी में भी बारिश ने किया तांडव
रविवार देर रात हुई भारी बारिश से प्राणमती नदी के उफान पर आने से थराली में जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। प्राणमति नदी के उफान से कुछ देर के लिए पिण्डर नदी वेग रुक गया था। प्राणमती नदी के जलस्तर बढ़ने से सुना गांव, पेनगढ़, देवलगवाड़ को जोड़ने वाला मोटर फुल और पैदल पुल बह गया, जिस कारण क्षेत्र का संपर्क विकासखंड से कट गया है। सोल घाटी के 16 गांव को जोड़ने वाली सड़क भी प्राणमती से आगे 100 मीटर बह जाने के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया है। क्षेत्र में लगातार बारिश जारी है। थराली के खड़ंगीया तोक मे तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गए है। हालांकि किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की सूचना नही है। लेकिन बड़ी मात्रा में कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है। बताया जा रहा है कि ऊपरी इलाके में बादल फटने से नदी में गाद और जल स्तर बढ़ गया था। रतगांव को ढाढरबगड़ से जोड़ने वाला वैली ब्रिज बह गया। ढाढर बगड़ में विरेंद्र की दुकान और गौशाला और देवानंद की गौशाला बह गई है। थराली गांव को कोट डीप से जोड़ने वाला मोटर पुल और पैदल झूला पुल टूट के बह गया है। थराली में प्रेम बुटोला, गिरजा पुत्र बलवंत के घर में मलबा भर गया है वहीं गिरजा की गौशाला बह जाने के कारण दो गाय भी लापता हो गई है। धीरेंद्र सिंह रावत पुत्र कुंवर सिंह की ऑल्टो कार भी बह गई है।