हरिद्वार। एक महिला की मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल संचालक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगते हुए अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया। मामले में अभी तक पुलिस को कोई तहरीर नहीं दी गई है। घटना लक्सर क्षेत्र की है।
जानकारी के अनुसार लक्सर के दाबकी कला गांव निवासी एक बीमार महिला (जिसका किन्हीं कारणों से गर्भपात हो गया था) को उसके परिजन इलाज के लिए लक्सर-गोवर्धनपुर मार्ग पर दाबकी गांव के पास एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां डाक्टरों ने उसको छुट्टी दे दी थी, किंतु दो दिन बाद 26 जुलाई को महिला की फिर से तबियत खराब हो गई। इसके बाद में परिजन उसे फिर से अस्पताल ले गए। जहां पर डाक्टरों ने बताया कि उसकी प्लेट डाउन हो गई है। किंतु उसकी तबीयत में जल्द सुधार हो जाएगा। परिजनों का आरोप है कि इसके बाद 28 जुलाई की रात में अस्पताल संचालक ने युवती को किसी दूसरे अस्पताल में ले जाने की सलाह दी। इस पर परिवार वाले 29 जुलाई की सुबह उसे रुड़की स्थित एक अस्पताल में ले गए। जहां पर डाक्टरों ने उसे किसी दूसरे अस्पताल में लें जाने की सलाह दी। इस पर परिवार वालों ने युवती को देहरादून के महंत इंदेश अस्पताल में भर्ती करा दिया।
जहां डाक्टरों ने बताया कि उसके पूरे शरीर में सेफ्टिक फैल चुका है। जिसके चलते उसकी रविवार को देर रात अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद परिवार वाले उसे घर ले आए। जहां उन्होंने सोमवार को उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इसके बाद परिवार वालों ने अस्पताल संचालक से फोन पर संपर्क किया, तो उन्होंने पीडित परिवार के लोगों से बात नहीं की। इससे गुस्साए परिजनों ने दर्जनों ग्रामीणों के साथ अस्पताल में पहुंचकर जमकर तोडफोड की। जिसके बाद अस्पताल संचालक व मौजूद स्टाफ मौके से फरार हो गया।
सूचना मिलने पर कोतवाली मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जानकारी ली। वही कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमरचंद शर्मा ने बताया कि परिवार वालों की ओर से घटना की तहरीर नहीं दी गई है। तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।