गांव और क्षेत्र की तस्वीर बदलने के दावों के साथ मैदान में उतरने को तैयार दावेदार
एडवोकेट गुरुवेंद्र नेगी
गोपेश्वर। चिंतन पर भारी चिंता और मंथन पर भारी मन-त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का बिगुल बजते ही गांव गांव में चुनावी सरगर्मी बढ़ने लगी है। अब हर कोई गांव और क्षेत्र की तस्वीर बदलने के दावों के साथ मैदान में उतरने को तैयार दिख रहा है। चुनाव की घोषणा के बाद गांवों में एक बार फिर रौनक लौट आई है। सड़कों, चौपालों और चाय की दुकानों से लेकर खेत-खलिहानों तक अब पंचायत चुनाव की चर्चाएं आम हो चुकी हैं।
संभावित दावेदारों की गांवों में आवाजाही बढ़ गई है। हर कोई अपने को कर्मठ, जुझारू, शिक्षित और ईमानदार साबित करने में जुटा है। ग्राम पंचायत से लेकर क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत तक हर स्तर पर दावेदार अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराने को आतुर हैं। मतदाताओं को अपने नजदीक बताकर सामाजिक जुड़ाव को मजबूत करने की कोशिशें भी जारी हैं। धीरे-धीरे राजनीतिक दलों की सक्रियता भी नजर आने लगी है और समर्थक अपने-अपने रंगत में आकर माहौल बनाने में जुट गए हैं। फिलहाल, कई ऐसे गांव जहां पहले शांति पसरी रहती थी, अब वहां भी पंचायत चुनाव को लेकर गपशप तेज हो गई है। दावेदारों ने वोटरों के गुणा-भाग में खुद को व्यस्त कर लिया है। रणनीतियां बन रही हैं, समीकरण जोड़े जा रहे हैं और संभावनाओं की गणना में सभी सक्रिय हैं।
चमोली जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। निर्वाचन विभाग की ओर से चुनाव ड्यूटी में तैनात कार्मिकों और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। प्रशासन का प्रयास है कि चुनाव पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ संपन्न हो।