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गोपेश्वर।चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट बीती 18 अक्तूबर को ब्रह्म मुहूर्त में विधि विधान से शीतकाल के लिये बंद किये गये। जिसके बाद देव डोली रात्रि विश्राम के लिये मोली खर्क पहुंची। जहां से 19 अक्तूबर को पूजा-अर्चना के बाद यात्रा सगर गांव होते हुए रात्रि विश्राम के लिये गंगोलगांव पहुंची। गंगोलगांव में शुक्रवार को पूजा-अर्चना और मध्याहन भोग के बाद दोपहर बाद भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह डोली शीतकालीन गद्दी स्थल गोपीनाथ मंदिर पहुंच गई है।
इस दौरान भगवान रुद्रनाथ के गोपेश्वर पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने जयकारों और फूल मालाओं के साथ देव डोली का स्वागत कर मुख्य बाजार में भव्य शोभा यात्रा निकाली। जहां पूर्जा अर्चना के बाद भगवान रुद्रनाथ का चल विग्रह को गर्भ गृह में विराजमान हो गया है। अब आगामी ज्येष्ठ सक्रांति तक भगवान रुद्रनाथ की पूजा-अर्चना गोपीनाथ मंदिर में की जाएगी। जहां मुख्य पुजारी जनार्दन प्रसाद तिवाड़ी व वंशी प्रसाद भट्ट ने पूजा अर्चना के बाद चल विग्रह को गोपीनाथ मंदिर के गर्भगृह में विराजमान कर दिया है। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा पासवान, प्रयागदत्त भट्ट, सुशीला सेमवाल, चंद्रकला बिष्ट, वेदप्रकाश भट्ट, विनय भट्ट, अमित रावत, प्रवीण भट्ट, दीपक भट्ट, जेपी जोशी, सत्य प्रसाद मैठाणी, दिनेश पासवान, संजय कुमार, अंकोला पुरोहित आदि मौजूद थे।