उत्तरकाशी में जगतगुरु स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का जोरदार स्वागत।।
चिरंजीव सेमवाल।ज्योतिष पीठ के स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि विश्वभर में सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व होना चाहिए । सनातन धर्म के अनुसार ही बातों को आगे किया जाना चाहिए । शंकराचार्य, ऋषियो मुनियों ने जो संस्कृति शुरू की है, उसको हम आगे बढ़ा रहे हैं।
उक्त बात स्वामी ने उत्तरकाशी संस्कृत महाविद्यालय में आयोजित धर्म सभा को संबोधित करते हुए
सनातन धर्मबलंबियों से अपील करते हैं कि वे शीतकाल में भी धामों की यात्रा करें।वीरवार को यमुनोत्री शीतकालीन यात्रा आरंभ कर उत्तरकाशी पहुंचे ज्योतिष पीठ के जगतगुरु स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज का आगमन पर जोरदार स्वागत किया गया है। स्वामी के स्वागत में होटल एसोशिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूडा, विश्वनाथ मंदिर के पुजारी अजय पुरी, चंद्र शेखर नौटियाल, गीता गैरोला, सहित दर्जनों लोग दिन से ही इंतजार कर रहे थे। बाद में स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी श्री विश्वनाथ संस्कृत महाविद्यालय उत्तरकाशी पहुंचे जहां महाविद्यालय के ऋषिकुमारों ने वैदिक मंत्रों उच्चारण के साथ स्वस्तिवाचन पाठ कर स्वामी का नागरिक अभिनंदन किया। बता दे की स्वामी इन दोनों उत्तराखंड के चार धाम के शीतकालीन प्रवास को से चार धामों में शीतकालीन प्रवास यात्रा प्रारंभ करने को निकले हैं। बुधवार को स्वामी ने मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरशाली पहुंचे कर मां यमुना की शीतकालीन यात्रा को प्रारंभ कर आये। वीरवार को देर सायं उत्तरकाशी पहुंचे स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का भव्य स्वागत किया गया है। रात्रि विश्राम संस्कृत महाविद्यालय उत्तरकाशी में किया। शुक्रवार को स्वामी मां गंगा की शीतकालीन प्रवास मुखवा शीतकालीन गंगा जी की यात्रा को प्रारंभ करेंगे। इस दौरान महाविद्यालय की प्रबंधक राधेश्याम खंडूरी, गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल, महाविद्यालय के प्रधानाचार्य जगदीश उनियाल,डॉक्टर द्वारिका नौटियाल, भगवती प्रसाद उनियाल , अनिल बहुगुणा, सभी शिक्षक और सैकड़ों ऋषि कुमार मौजूद रहे हैं।