देहरादून।उत्तराखण्ड राज्य के एनएसएस स्वयंसेवियों ने हिमाचल प्रदेश के मनाली स्थित अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टिट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड अलाइड स्पोर्ट्स (ABVIMAS) में आयोजित 10 दिवसीय राष्ट्रीय साहसिक शिविर में उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए प्रदेश का मान बढ़ाया।
उत्तराखंड दल का नेतृत्व करने वाले गोपेश्वर महाविद्यालय के एनएसएस अधिकारी डॉ डीएस नेगी एवं डॉ प्रेमा खाती ने बताया कि उत्तराखण्ड दल में गोपेश्वर, अगस्तमुनी, थत्यूड़, अल्मोड़ा, हल्द्वानी, उत्तरकाशी, देहरादून महाविद्यालयों के एनएसएस स्वयं सेवी शामिल थे। उत्तराखंड के एनएसएस कैडेट्स ने अनेक साहसिक गतिविधियों में अपनी दक्षता, जज़्बे और अनुशासन का शानदार परिचय दिया। कार्यक्रम के दौरान स्वयंसेवियों ने मुख्य रूप से
रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग, ट्रेकिंग, रिवर क्रॉसिंग में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। शिविर के समापन समारोह में उत्तराखंड के शिविरर्थियों ने प्रदेश की लोक गीतों, लोकनृत्यों के प्रदर्शन से सबका मन मोहा।
शिविर में उत्तराखंड के अलावा दिल्ली, मध्यप्रदेश, कर्नाटक एवं चंडीगढ़ के 100 स्वयं सेवियों ने प्रतिभाग किया। प्रत्येक गतिविधि के दौरान कैडेट्स ने धैर्य, टीमवर्क और नेतृत्व क्षमता का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए प्रशिक्षकों से सराहना प्राप्त की।
संस्थान के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा पर्वतारोहण एवं साहसिक खेलों से संबंधित विभिन्न तकनीकी एवं सुरक्षा कौशलों का प्रशिक्षण दिया गया, जिससे स्वयंसेवियों में आत्मविश्वास और अनुशासन की नई ऊर्जा का संचार हुआ। शिविर ने युवाओं में टीम भावना, निर्णय क्षमता तथा चुनौतियों का सामना करने की क्षमता को सुदृढ़ करने का महत्वपूर्ण कार्य किया।
उत्तराखंड राज्य एन एस एस अधिकारी डॉ सुनैना रावत, जिला चमोली के एन एन एस समन्वयक जगदीश टम्टा, प्राचार्य प्रो एमपी नगवाल ने स्वयंसेवियों को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के साहसिक शिविर युवाओं में नेतृत्व, सेवा भावना और राष्ट्र निर्माण के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत बनाते हैं।


