चमोली।जनपद के प्रभारी सचिव दीपेन्द्र कुमार चौधरी ने शनिवार को जनपद भ्रमण कार्यक्रम के तहत उन्होंने जिला चिकित्सालय, राइका गोपेश्वर व पीजी कॉलेज गोेपेश्वर का निरीक्षण किया। सैनिक कल्याण एवं पुर्नवास विभाग की समीक्षा बैठक के बाद राजकीय इंटर कॉलेज बैरांगना में पौध रोपण किया। तत्पश्चात दशोली ब्लाक के कोटेश्वर गांव का भ्रमण कर विभिन्न विकास कार्यो का स्थलीय निरीक्षण व ग्रामवासियों की समस्याएं सुनी।
सचिव ने भूतपूर्व सैनिकों, वीर नारियों और उनके आश्रितों को उपलब्ध कराई जाने वाली जनकल्याणकारी एवं पुनर्वास योजनाओं की समीक्षा करते हुए पूर्व सैनिकों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जिला चिकित्सालय के निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने पर जोर दिया।
कोटेश्वर गांव में प्रभारी सचिव ने सभी विभागों के अधिकारियों से उनके विभागों द्वारा किए जा रहे कार्याे/योजनाओं की जानकारी ली। ग्रामवासियों ने मुख्यतया जंगली जानवरों सुअरों एवं बंदरों द्वारा फसलों को नुकसान, डेयरी में दूध के पर्याप्त दाम न मिलने, सडक व सिंचाई नहर को दुरस्थ करने लेकर समस्याएं बताई। प्र्रभारी सचिव ने जंगली जानवरों के नुकसान को लेकर संबंधित विभागोें को चेंनिंग फेंसिंग कराने के निर्देेश दिए और किसानों को खेतों की घेरबाड के वैकल्पिक तरीकों जैसे लैमन ग्रास, नैपियर घास व कंटीली झाडिया तथा जिन फसलों को जंगली जानवर ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाते हैं जैसे गन्ना, अदरक हल्दी व जडी बूटियों की खेती करने को कहा। इस दौरान उद्यान अधिकारी ने बताया कि बागवानी की फसलों की सुरक्षा के लिए 80 फीसदी सब्सिडी पर काश्तकारों को चैंनिंग फेंसिंग की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।
क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेन्द्र सिंह विष्ट ने मण्डल बणद्वारा में नहर क्षतिग्रस्त होने की समस्या बताई गयी। इस पर सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में यह निर्माण प्रस्तावित है। इसके साथ ही उन्होंने जडी बूटी से बणद्वारा मोटरमार्ग की मरम्मत कराने को लेकर अधिशासी अभियन्ता ने बताया कि सडक मरम्मत कार्य पीएमजीएसवाई में प्रस्तावित किया गया है।
श्री कुंवर सिंह विष्ट व ग्राम वासियों द्वारा राइका बैराग्ना की 400 नाली भूमि बंजर पडी है और अतिक्रमण की आशंका को लेकर भूमि को ग्रामवासियों के उपयोग हेतु मांग या खेल मैदान बनाने का आग्रह किया गया। जिस पर प्रभारी सचिव ने शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
साथ ही दुग्ध उत्पादकों की फीड सब्सिडी 50 प्रतिशत करने मांग पर उन्होंने शासन में वार्ता करने का आश्वासन दिया।
उन्होंने सहायक प्रबंधक उद्योग को औद्योगिक संस्थान कालेश्वर में में प्लॉटों का निरीक्षण करने व खाली प्लॉटो को जरूरतमंदों को उपलब्ध कराने व उद्यान अधिकारी को शीघ्र ही किसानों को लीलियम के बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
इस दौरान एनआरएलएम के ब्लॉक समन्वयक ने बताया कि कोटेश्वर गांव में 9 समूह बनाए गए हैं जिनमें माध्यम से आर्थिक उन्नयन के लिए विभिन्न व्यावसायिक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। आगे बताया कि समूहों के माध्यम से इस वर्ष 180 कुन्तल मडुवे का विपणन किया गया।
सचिव ने पीजी कॉलेज और राइका के निरीक्षण के दौरान नई शिक्षा नीति लागू के संबंध में प्रधानाचार्य, मुख्य शिक्षा एवं खंड अधिकारी तथा प्रोफेसरों के साथ लंबी चर्चा व विचार विमर्श किया। सचिव ने वोकेशनल ट्रेनिंग को अनिवार्य रूप से प्रदान करने के निर्देश दिए ताकि स्वरोजगार या अन्य प्राइवेट सेक्टर में रोजगार के बेहतर विकल्प उपलब्ध हो सके। क्योंकि सरकारी सेवाओं में समस्त छात्र-छा.त्राओं को इतनी बडी संख्या में फिलहाल रोजगार तत्काल उपलब्ध कराया जाना संभव नही होगा। उन्होंने कहा कि कक्षा 6 से ही वोकेशनल ट्रेड इलेक्ट्रशियन एवं छोटे इंजीनियरिंग वर्क आदि स्किल से परिचय कराया जाए। और कक्षा 9 के बाद इन ट्रेडो में प्रेक्टिल ट्रेनिंग उपलब्ध की जाए। ताकि वे स्वरोजगार पा सके। और वो अपने क्षेत्रों से पलायन करने का मजबूर न हो। उन्होंने कहा कि समाज एवं बच्चों की मानसिकता में सरकारी नौकरी के प्रति बदलाव लाए जा सके।
यह समय की तात्कालिक मांग है। उन्ही बच्चों को हायर शिक्षा के लिए प्रेरित करें जो या तो एकेडमिक या रिसर्च के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं। रोजगार परक शिक्षा एवं कौशल विकास में यदि वह अपनी प्रारंभिक शिक्षा कक्षा 12 तक हासिल कर लेते हैं। तो वह स्वरोजगार प्राप्त कर सकते हैं।उनकी समाज में आवश्यकता भी है और वे अच्छा अनुपार्जन करके अच्छा जीवन व्यतीत कर सकते है। उन्होंने कहा कि 12वीं कक्षा में वोकेशनल ट्रेनिंग को अनिवार्य रूप से जोडा जाए। ताकि बेरोजगारी की समस्या का काफी हद तक समाधान हो सकेगा। उनके द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक एवं आईटीआई के शिक्षकों से भी तकनीकी शिक्षा के बारे में भी जानकारी प्राप्त की गई।
सचिव न ेसुझाव दिया कि तकनीकी विद्यालयों में प्लेसमेंट सेल को एक्टिवेट करें। रोजगार मेले का आयोजन अपने परिसर में करें जिससे कि बच्चा उनके संस्थान से पास आउट होने से पूर्व किसी इंडस्ट्री/प्रतिष्ठान में एक सम्मानजनक नौकरी प्राप्त कर सके।
उन्होंने शिक्षण कार्य के साथ साथ यह भी सुझाव दिया कि बच्चों को इन संस्थानों में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों को मार्केट एवं इंडस्ट्री संबंधी जानकारी पासआउट होने से पूर्व प्रदान करें।
और एक गार्जिन, मैंटोर के रूप में उन्हें भविष्य की चैंलेज को कैसे हैडलिंग करना है उसका भी काउंसलिंग की जाय। तभी इन शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्रों की पढाई करने का उदेश्य हासिल हो पाएगा।
भ्रमण के दौरान नए डीडीओ सुशील डोभाल, तहसीलदार दशोली, नायब तहसीलदार दीप्ती शिक्षा, एपीडी केके पंत उपस्थित थे।
जनपद के प्रभारी सचिव दीपेन्द्र कुमार चौधरी ने शनिवार को किया जनपद चमोली का भ्रमण
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