चिरंजीव सेमवाल।उत्तरकाशी। सेब की ब्रांडिंग करने व उत्पादन को बढ़ावा देकर किसानों की आजीविका को मजबूत करने के उद्देश्य से वीरवार को हर्षिल में एप्पल फेस्टिवल का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश के उद्यान मंत्री गणेश जोशी ने किया ।
इस दौरान उद्यान मंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है भारत को आगे बढ़ने में कृषकों की सबसे बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि हिमाचल और कश्मीर के बाद उत्तराखंड राज्य सेब उत्पादन में के क्षेत्र में भारी वृद्धि किया है। उन्होंने कहा देश में कुल 3.05 लाख है0 में 26.60 लाख मै0टन सेब का उत्पादन किया जा रहा है।
जिसमें उत्तराखण्ड में 0.65 लाख मै0टन सेब का उत्पादन किया जा रहा है, जिसमें सर्वाधिक उत्पादन जनपद उत्तरकाशी में लगभग 45 प्रतिशत (29018 मै0टन) है। उत्तराखण्ड के समस्त पर्वतीय जनपदों में सेब का उत्पादन किया जा रहा है, जिसमें मुख्य रूप से जनपद उत्तरकाशी, देहरादून, अल्मोडा, नैनीताल, एवं चमोली सम्मिलित हैं। उन्होंने कहा वर्ष 2020-21 के आकडो के अनुसार में राज्य में उत्पादित सेब की उत्पादकता मात्र 2.50 मै0टन/ है० है। आवश्यक है कि उच्च गुणवत्तायुक्त पौध रोपण सामग्री के माध्यम से नये बागानो की स्थापना की जाए तथा पुराने अनुत्पादक बागों का जीर्णोद्वार कर उत्पादकता में वृद्वि की जाय।
उन्होंने कहा कि कृषकों को सेब फलों की पैकिंग एवं ब्रांडिग के माध्यम से उचित मूल्य दिलाये जाने हेतु 50 प्रतिशत राजसहायता पर कोरोगेटेड बाक्स (एप्पिल ट्रे सहित) उपलब्ध कराये जा रहे है। इस वर्ष अभी तक जनपद उत्तरकाशी में 20 कि0ग्रा0 के 2 लाख तथा 10 कि0ग्रा0 के 56,000 कोरोगेटड बॉक्स कृषकों को वितरित किये जा चुके है, तथा कृषकों की माँग के अनुसार वितरण की कार्यवाही गतिमान है। मंत्री ने कहा राज्य में सेब के गुणवत्तायुक्त एवं अधिक उत्पादन प्राप्त किये जाने के लिए राज्य सरकार द्वारा सेब की अति सघन बागवानी की योजना स्वीकृत की गयी है, जिसके अन्तर्गत 08 वर्षो में 5000 हैक्टेयर में सेब की अति सघन बागवानी का लक्ष्य रखा गया है। योजनान्तर्गत 50000 प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित होगें एवं 08 वर्षो में सेब का व्यवसाय 200 से 2000 करोड़ तक प्राप्त किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य में सेब के ‘सी’ श्रेणी के फलों के लिए सरकार द्वारा बाजार हस्तक्षेप योजना के अन्तर्गत वर्ष 2023-24 में रु. 12.00 प्रति किग्रा० की दर से न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया गया है।
उन्होंने कहा आज ब्रांडिंग का जमाना है। देश दुनिया में हर्षिल के सेब की डिमांड बढ़ी है। टेस्ट और ब्रांडिग के मामले में यहां का सेब हिमाचल और कश्मीर से पीछे नहीं है। उन्होंने मंच से हर्षिल को फलपट्टी बनाने की घोषणा की। कहा कि आने वाले पांच सालों में हमारा प्रदेश कृषि और बागवानी के क्षेत्र में अग्रिणी राज्य बनकर उभरेगा। क्षेत्र पंचायत प्रमुख मोरी व जिला अध्यक्ष भाजपा की मांग पर कृषि मंत्री ने मोरी ब्लॉक के सांकरी और पुरोला के गुन्दियाटगांव में उद्यान सचल दल केंद्र खोले जाने की भी घोषणा की।
इस दौरान मंत्री गणेश जोशी ने प्रगतिशील सेब बागवानों को भी सम्मानित किया। मंत्री ने प्रगतिशील बागवान किरन सिंह, जयपाल सिंह, रघुवीर सिंह रावत, आजाद डिमरी, रेणुका बंधानी ,जगमोहन राणा, संगीता, मोहन राणा आदि काश्तकारों को पुरस्कृत किया।
वीरवार को हर्षिल में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ महोत्सव का शुभारंभ किया गया। पहले दिन लामा टेकरी पहाड़ी पर नेचर वॉक का आयोजन किया गया।
महोत्सव के मौके पर पारंपरिक लोकगीत एवं नृत्यों का आयोजन भी किया गया। जिस पर सात समंदर पार से (इंग्लैंड )से आये विदेशी मेहमानों ने भी पारंपरिक तांदी नृत्य किया।
इस दौरान जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने बताया कि आने वाले समय में हर्षिल एप्पल फेस्टिवल पर्यटकों को बढ़ावा एवं ब्रांडिंग कार्य करेगा। उन्होंने फेस्टिवल में सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त कर किया है।
वहीं मुख्य उद्यान अधिकारी डा. डीके तिवारी ने बताया कि इस एक दिवसीय फेस्टीवल के दौरान सेब की विभिन्न प्रजातियों की प्रदर्शनी महत्वपूर्ण आकर्षण रहा तथा विशेषज्ञों द्वारा बागवानों को सेब उत्पादन से संबंधित तकनीकी जानकारी एवं बागवानी के नए तौर-तरीकों से भी अवगत कराया जाएगा।
महोत्सव में कृषि एवं उद्यान विभाग के महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष सत्येन्द्र राणा,भटवाड़ी ब्लाक प्रमुख श्रीमती विनीता रावत, शैलेंद्र सिंह कोहली,बचन पंवार , चंडी प्रसाद बेलवाल, सहकारी बैंक के अध्यक्ष विक्रम रावत, विजयपाल मखलोगा, जिला अधिकारी अभिषेक रूहेला, अपर जिलाधिकारी तीर्थ पाल सिंह, एसडीएम चत्तर सिंह चौहान, पूर्व जिला पंचायत सदस्य जितेंद्र रावत ,विनोद चौहान।आदि मौजूद रहे।