मशीन को हरक्यूलस विमान से किया एयरलिफ्ट
5 दिनों से टनल में कैद 40 श्रमिक
उत्तरकाशी। पिछले चार दिनों से टनल में कैद 40 श्रमिकों का अब बाहर आने की आश फिलहाल हाई पावर ड्रिलिंग मशीन पर टिकी है। बुधवार को भारतीय वायुसेना के विशेष माल वाहक दो विमानों से चिन्यालीसौड़ स्थिति हवाई पट्टी पर सफलता पूर्वक पहुंचा जहां से सड़क मार्ग से सिल्क्यारा टनल के पास तक देर रात्रि तक पहुंचने का शिलशिला जारी है।
बताया गया कि स्टील पाइपों को मालवा में धकेलने के लिए लगाई गई ड्रिलिंग मशीन का प्रदर्शन धीमा और अपेक्षा के अनुरूप नहीं पाया गया है। इसके बाद एक और हाई पावर ड्रिलिंग मशीन को नई दिल्ली से नजदीकी वायु सेना बेस, चिन्यालीसौड़ हेलीपैड तक पहुंचाया जा रहा है। साइट पर सभी व्यवस्थाएं की जा रही हैं और जल्द से जल्द हाई पावर मशीन बीआरओ जल निगम एवं एन एच आई डी सी एल के तकनीकी जानकारी के निगरानी में किया जा रहा है। निर्माण कंपनी एन एच आई डी सी एल बताया कि सुरंग के अंदर फंसे मजदूरों के पास पानी, भोजन, ऑक्सीजन, बिजली सभी उपलब्ध हैं, तथा सभी फंसे सुरक्षित हैं। हुए श्रमिक स्थापित और संचालित की जाएगी। स्टील पाइप को सफलतापूर्वक करने के लिए विशेषज्ञों द्वारा अपने पूरे प्रयास के साथ कार्य की प्रगति की निगरानी की जा रही है । रेस्क्यू विशेषज्ञ एन एच ए आई, आर डी एन एल एन एच सी एल, टी एच डी सी,फंसे मजदूरों कार्मिकों के रेस्क्यू व टनल निर्माण के लिए हाई पावर ड्रिलिंग मशीन को नई दिल्ली से वायु सेना के सी 1- 30 एयरक्रॉफ्ट के माध्यम से 3 राउंड में चिन्यालीसौड हवाई पट्टी तक पहुंचाये गये है। उक्त मशीन को घटना स्थल पर पहुँचाये जाने की कार्यवाही गतिमान है। घटना स्थल पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गयी।