गोपेश्वर।गोपेश्वर महाविद्यालय की नमामि गंगे इकाई द्वारा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से पूर्व विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम गोपीनाथ मंदिर प्रांगण में आयोजित किया गया।इसका उद्देश्य गंगा नदी के संरक्षण, स्वच्छता एवं भारतीय वैदिक परंपरा के प्रति जनमानस में जागरूकता एवं संचेतना विकसित करना रहा।
कार्यक्रम में महाविद्यालय गोपेश्वर से इतिहास विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ एसएस रावत ने भारत भूमि की नदी घाटी सभ्यता पर चर्चा की। उन्होंने गंगा के उद्गम तथा संरक्षण के ज्वलंत मुद्दों पर विचार व्यक्त किया।वेदाचार्य महादेव भट्ट ने पुराण एवं उपनिषद् में निहित ज्ञान की वर्तमान प्रासंगिकता पर चर्चा की।योगाचार्य रघुवीर बर्तवाल द्वारा योग के महत्व एवं उपयोगिता बताते हुए यौगिक क्रियाओं पर अभ्यास करवाया गया।मर्म चिकित्सा के विशेषज्ञ डॉ राहुल द्वारा भी मर्म चिकित्सा से जुड़े मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की गई।इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विक्रम सिंह बर्तवाल, जिला पंचायत सदस्य एवं कॉलेज अभिभावक संघ के पूर्व सदस्य ने संबोधन में कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति वैदिक काल से ही समृद्ध रही है, जिसे आज के परिप्रेक्ष्य जानने, समझने और उसका उन्नयन करने की आवश्यकता है।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हरि प्रसाद मंमगाई ने इस अवसर पर कहा कि यदि आज गंगा का संरक्षण करना है तो प्लास्टिक के प्रयोग को सीमित करना होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही बीएड विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो स्वाति नेगी ने वैदिक ज्ञान एवं योग का महत्व छात्रों के मध्य साझा किया।नमामि गंगे के नोडल डॉ सबज कुमार सैनी ने उपस्थित पर सभी को दिया।कार्यक्रम का संचालन डॉ विधि ढौंडियाल द्वारा किया गया।कार्यक्रम में एडवोकेट महेंद्र रावत, संजय कुमार पार्षद नगर पालिका, डॉ चंद्रावती जोशी, डॉ सरिता पवार,डॉ श्याम लाल बाटियाटा तथा नमामि गंगे इकाई के सदस्य, दलनायक पवन कुमार ,आम जनमानस एवं नमामि गंगे के सभी स्वयंसेवी भी उपस्थित रहे।