चमोली।दिव्य-भव्य चातुर्मास्य व्रत महामहोत्सव के अन्तर्गत तोटकाचार्य गुफा, ज्योतिर्मठ, बदरिकाश्रम, हिमालय में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह आज सम्पन्न हुई । सप्तदिवसीय कथा श्रवण करने के लिए आज ज्योतिर्मठ के परिसर में भगवद्भक्तों का जनसैलाब उमड पडा । कथा व्यास डा प्रदीप सेमवाल जी ने आज के प्रवचन क्रम में अनेकों कथाएं सुनाईं । जिसमे वसुदेव नारद संवाद, सुदामा प्रसंग के साथ-साथ परीक्षित मोक्ष आदि कथाओं का श्रवण करवाया । कथा के दौरान व्यास जी ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति भगवत्चरित्र को अपने जीवन में उतारे । साथ ही उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण कथा श्रवण करने से जीव का उद्धार हो जाता है तथा इस कथा को कराने वाले भक्तजन पुण्य के भागीदार होते हैं । साथ ही उन्होने भक्तों को गौसेवा के माहात्म्य का वर्णन करते हुए कहा कि गौमाता धर्म की मूल है इसलिए उनका संरक्षण हम सभी का पहला कर्तव्य है ।
ज्ञान, भक्ति और कर्म के सिद्धांत को निरूपित करने वाले कार्यक्रम होते रहना चाहिए
सप्तदिवसीय कथा के समापन अवसर पर परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर अनन्तश्रीविभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज ने अपना वीडियो सन्देश भेजकर सभी को आशीर्वाद देते हुए कहा कि ज्योतिर्मठ के सभी नगर वासियों के सहयोग से हो रहे इस धार्मिक आयोजन ज्ञान , भक्ति की अद्भुत धारा बही साथ ही कर्म सिध्दांत को तरह – तरह के दृष्टांत देकर समझाया गया, ऐसे धार्मिक आयोजन होते रहना चाहिए ताकि सभी की मति धर्म में बनी रहे ।
कथा व्यास डा प्रदीप सेमवाल जी और मुख्य यजमान परीक्षित के रूप में श्रीमति रेखा बिष्ट – श्रीमान गोविन्द सिंह बिष्ट सहित सभी भक्तों को शंकराचार्य जी महाराज ने आशीर्वाद दिया।
कार्यक्रम के अनन्तर भक्तिमय माहौल में झूमे भक्तजन ज्योतिर्मठ के व्यवस्थापक विष्णुप्रियानन्द ब्रह्मचारी ने उपस्थित सभी भक्तों को प्रसाद दिया
कार्यक्रम में उपस्थित रहे सर्वश्री कुशलानन्द बहुगुणा, जगदीश जोशी, महिमानन्द उनियाल, जगदीश उनियाल, ज्योतिर्मठ पुरोहित आनन्द सती, अनिल डिमरी, समीर डिमरी , व्यापार मण्डल अध्यक्ष नैनसिंह भण्डारी, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष रोहिणी रावत, सरिता उनियाल, आरती उनियाल, शान्ति चौहान, प्रो चरणसिंह केदारखण्डी, अभिषेक बहुगुणा, आशीष उनियाल, दिनेश सती, शिवानन्द महाराज, वैभव सकलानी, हिमांशु बहुगुणा, आरुष शर्मा आदि उपस्थित रहे।