देहरादून। उत्तराखंड के हरिद्वार डीएम दफ्तर में सूचना सहायक ने सुसाइड नहीं बल्कि उसकी हत्या की गई। यह बात हम नहीं परिजनों ने पुलिस को लिखित तहरीर देकर कही। पुलिस ने भी अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसएसपी प्रमेन्द्र डोवाल ने बताया कि हत्या का मुकदमा दर्ज हो गया है। प्रकरण की जांच की जा रही है।पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गत दिवस हरिद्वार डीएम दफ्तर में सूचना सहायक कमल कुमार के फांसी लगाकर आत्महत्या का मामला सामने आया था। पुलिस को दी गई शिकायत में कमल की मां शीला देवी ने आरोप लगाया कि अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने के कारण कुछ कर्मचारी उसके बेटे को प्रताड़ित करते आ रहे थे। जातिसूचक शब्द भी कहे जाते थे, इसलिए वह कई दिन से मानसिक दबाव में था। आरोप लगाया की हत्या करने के बाद उसे आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पंखे के सहारे फंदे पर टांग दिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि तहरीर के आधार पर अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच सीओ सदर स्वप्निल मुयाल को सौंपी है।गौरतलब हैं कि मंगलवार को जिला मुख्यालय रोशनाबाद हरिद्वार स्थित कलेक्ट्रेट भवन के कमरे में आधी रात सूचना सहायक कमल कुमार ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगाकर खुदकुशी करने की बात सामने आई थी।पुलिस कंट्रोल रूम पर मिली सूचना पर पुलिस ने कमरा नंबर 222 की खिड़की तोड़कर अंदर प्रवेश किया तो वहां कमल कुमार फांसी पर लटका मिला। युवक अपने पिता की जगह मृतक आश्रित कोटे में सूचना सहायक के पद पर तैनात था। दो लाइन के सुसाइड नोट में युवक ने अपने आप को ही अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया था। अब इस सुसाइड नोट पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पुलिस इसकी लिखावट की फोरेंसिक जांच करा रही है।
डीएम दफ्तर में सूचना सहायक ने सुसाइड नहीं बल्कि उसकी हत्या
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