गोपेश्वर। चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर की सड़क के किनारे बनी नालियां गंदगी से अटी पड़ी है। जिससे आने जाने वाले राहगीरों के साथ ही इसके आसपास निवास करने वाले लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। जब इसकी शिकायत की जाए तो नगर पालिका एनएच को इसका जिम्मेदार ठहराती है जबकि सफाई व्यवस्था के नाम पर एनएच पालिका पर इसकी जिम्मेदारी डालकर इतिश्री कर देते है। और इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
चमोली जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले हाइवे पर चिपको नेत्री गौरा देवी पार्क से लेकर पूराने पैट्रोल पंप जाने वाले मोटर मार्ग पर अधिकांश जगह पर नालियां जाम हो रखी है। जिसमें नाली के किनारे बने शोचालायों का पानी भी बह रहा है। जिससे यहां से गुजरना आम लोगों के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। जब इसकी शिकायत नगर पालिका को की जाती है तो नगर पालिका यह कह कर अपना पल्ला झाड देती है कि नालियों में जो मिट्टी भरी है उसे एनएच को हटाना है उनका जिम्मा सिर्फ सफाई का है जबकि जिन स्थान पर मिट्टी का भराव नहीं है वहां पर भी सफाई नहीं हो पा रही है। जिससे स्वच्छ भारत अभियान को पलीता लग रहा है। नालियों के दोनों ओर बने भवन के लोगों को भी इस बदबू से दो चार होना पड़ रहा है। यहां तक की नालियों के किनारे बने मू़त्रालयों की सफाई न होने के कारण भी नालियों में जमा कूड़े के साथ जमा होने से पूरे रास्ते में बदबू फैली हुई रहती है। इससे बीमारियों के फैलने का खतरा भी बना हुआ है लेकिन दोनों विभाग एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल कर लोगों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहे है।