जिले के सभी एसडीएम को दिए तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश
गोपेश्वर (चमोली)। जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना ने सोमवार को आपदा कन्ट्रोल रूम से जनपद में अतिवृष्टि से हुई क्षति और मौजूदा स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि बारिश के कारण जिन स्थानों पर नुकसान हुआ है वहां तत्काल राहत पहुंचांयी जाए। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करते हुए भोजन, पानी की समुचित व्यवस्था की जाए। प्रभावित क्षेत्रों में खाद्यन्न, विद्युत, पेयजल, सड़क एवं संपर्क मार्गो को शीघ्र सुचारू करें। लोक निर्माण विभाग को रतगांव मोटर मार्ग पर तत्काल वैलीब्रिज बनाने के निर्देश दिए। बदरीनाथ राजमार्ग कई स्थानों पर बाधित होने और हाईवे पर भूस्खलन के संभावित खतरे को देखते हुए जिलाधिकारी ने यात्रा पर तत्काल रोक लगाते हुए यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने के निर्देश भी दिए।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया कि अतिवृष्टि के कारण जनपद में तहसील थराली, जोशीमठ तथा चमोली प्रभावित हुए है। नगर पंचायत पीपलकोटी में तीन सरकारी वाहनों को क्षति हुई है। तहसील चमोली अन्तर्गत मायापुर में एक व्यक्ति लापता है और तीन व्यक्तियों को सामान्य चोट लगी है। तहसील प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ घटना स्थल पर मौजूद है। उन्होंने बताया कि जिले में रविवार की रात्रि को अतिवृष्टि के कारण कुल नौ पुल क्षतिग्रस्त हुए है। इनमें से एक मोटर पुल प्राणमती गदेरे और एक मोटर पुल ढाडरबगड का शामिल है। इसके अलावा एक झूला पुल प्राणमती गदेरे एवं तीन पैदल पुल वाण क्षेत्र और तीन पुल रतगांव क्षेत्र में क्षतिग्रस्त हुए है। तहसील चमोली के अन्तर्गत दो प्राथमिक विद्यालय भवन, पांच गौशालाएं, चार भवन क्षतिग्रस्त हुए है। तहसील जोशीमठ के अन्तर्गत पांच भवन क्षतिग्रस्त हुए है। तहसील प्रशासन की ओर से क्षति का विस्तृत आंकलन किया जा रहा है। भारी बारिश के कारण जनपद में कर्णप्रयाग से बदरीनाथ तक हाईवे 10 स्थानों पर अवरूद्व है। जबकि अन्य 47 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरूद्व हुए है। तहसील चमोली, घाट, नारायणबगड, थराली और देवाल के कुछ गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित है। पीपलकोटी और गोपेश्वर में पेयजल आपूर्ति बाधित है। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी आदि मौजूद थे।